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कुत्ते कार के टायर पर और बिजली के खम्भों पर पेशाब क्यों करते है?
kutte car ke taayar par aur bijalee ke khambhon par peshaab kyon karate hai?
पढ़े :- कुत्तो को कार के टायर पर और बुजली के खम्भों पर पेशाब करने के पीछे एक समाजिक कारण होता है ऐसी जगहों पर पेशाब कर के कुत्ते दुसरे कुत्तो के लिए अपनी गंध छोड़ जाते है |
समान्य रुप से कुत्ते पेशाब करने के लिए ऐसी जगहों को महत्वता देते है, जो सीधा खड़ा हो इससे उनका निशाना सटीक बैठता है और खुल कर हल्के हो लेते है इतना ही नही, वे अपने इस अनोखी क्रिया से वो दुसरो कुत्तो के लिए भी नाक की उचाई पर ही अपने पेशाब की गंध छोर जाते है|
पेशाब की गंध वर्टिकल सतह
पर ज्यादा देर तक मौजूद रहती है, बजाय क्षितिज सतह के उनकी इस आदत से वो दुसरे कुत्तो
को अपने इलाके की जानकारी देते हो इसका मतलब ये भी होता है की वो दुसरे कुत्तो को
अपने क्षेत्र से परिचित भी कराते है |
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फंसी देते समय टूट जाए रस्सी तो क्या माफ हो जाती सजा?
phansee dete samay toot jae rassee to kya maaph ho jaatee saja?
पढ़े :- फांसी देते समय
रस्सी टूट जाए, ऐसा सवाल ही पैदा नही होता| भारत में फांसी के लिए तैयार की जाने वाली
रस्सी पहले कच्चे सूत से एक-एक कर अठारह धागे से तैयार की जाती है| सभी को मोम में
पूरी तरह संतुप्त किया जाता है| इसके बाद सभी धागों को मिलाकर एक मोटी रस्सी तैयार
की जाती है| एक फांसी की लिए अठारह फिट रस्सी तैयार की जाती है|
फांसी देने के पहले
जल्लाद उस व्यक्ति के वजन के बोरे या सामान को लटकाकर इस बात की पुष्टि कर लेता है
की रस्सी कही टूट तो नही रही है चलिए, अगर फिर भी यदि आपकी बात मान ले तो आज जज फैसला
लिखते वक्त लिखते हैं की To Be hang till death मतलब मरने तक लटकाए रखना ऐसे में
बचने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है |
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क्या चाय पीने से काले होते है लोग ?
kya chaay peene se kaale hote hai log ?
पढ़े :- दोस्तों दरअसल हमारी
स्किन का कलर हमारे Melanin Genetics पर निर्भर करता है की जिसकी वजह से हमारे रंग
गोरा या सावला या काला दीखता है रिसर्च में ऐसा पाया गया है की चाय पिने से हमारा
रंग बिलकुल भी काला नही होता है....
बल्कि रिसर्च में पाया
गया है की अगर चाय को मात्रा में पिया जाए तो वह हमारे शरीर की गंदगी को दूर करता
है दरअसल चाय पिने से रंग काला होता है यंहा जुट इसलिए फैलाया गया है ता की छोटे
बच्चे चाय न पिए क्युकी चाय में कैफीन नाम का पदार्थ होता है जिससे की बच्चो के
दिमाग पर असर पड़ता है |